जून जा रहा है,
मानसून आ रहा है।
सताया बहुत गर्मी ने,
अब सुकून आ रहा है।
हमें गर्मी ने खूब सताया है,
बदला लेने बादल आया है।
धूप ने घूँघट ओड़ा है गर्मी में,
बादल भी शर्माया है वेशर्मी में।
क्योंकि बरसात का हनीमून आ रहा है।
लेखक-
सर्वेन्द्र सिंह
9927090136
मानसून आ रहा है।
सताया बहुत गर्मी ने,
अब सुकून आ रहा है।
हमें गर्मी ने खूब सताया है,
बदला लेने बादल आया है।
धूप ने घूँघट ओड़ा है गर्मी में,
बादल भी शर्माया है वेशर्मी में।
क्योंकि बरसात का हनीमून आ रहा है।
लेखक-
सर्वेन्द्र सिंह
9927090136
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